Ashura Ki Dua In Hindi – आशूरा की दुआ हिंदी में

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप बहुत ही उम्दा बरकत भरी दुआ यानी कि आशूरा की दुआ जानेंगे हमने यहां पर आशूरा की दुआ हिंदी एवं इंग्लिश के आसान लफ्ज़ों में लिखा है जिसे आप आसानी से आशूरा की दुआ पढ़ पाएंगे।

आशूरा की दुआ बहुत ही उम्दा सेहत व आफियत ख़ैर व बरकत इल्म व अमल में कामयाबी और नेमतें हासिल करने का बहुत ही बेहतरीन जरिया है आप इस आशूरा की दुआ को खूब ज्यादा से ज्यादा पढ़ें।

Ashura Ki Dua In Hindi

या क़ाबिला तौबति आदमा यौमा आशूरा
या फारिजा कर्बि जिन्नुनि यौमा आशूरा
या जामिआ शम्लि यअकुबा यौमा आशूरा
या सामिआ दअवति मूसा व हारूना यौमा आशूरा
या मुगीसा इब्राहिमा मिनन्नारी यौमा आशूरा
या राफिआ इदरीसा इलस्समाइ यौमा आशूरा
या मुजिबा दअवति सालिहिन फिन्नाकति यौमा आशूरा
या नासिरा सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलि मुहम्मदिंव व सलि अला जमिइल अम्बियाइ वल मुरसलीन
व किज हाजातिना फिद् दुनिया वल आखिरती व अतिल उमरना फी ताअतिका व महब्बतिका व रिदाका व अहयिना हयातन त तय्यिबतंव व तवफ्फना अलल ईमानि वल इस्लामी बिरहमतिका या अरहमर राहिमीन
अल्लाहुम्मा बिइज्जिल हसनि व अखीहि व उम्मिहि व अबीही व जद दिही व बनिही फर्रिज अन्ना मा नाहनू फीह।

आशूरा की दुआ पढ़ने के बाद इसे 7 बार पढ़ें।

सुब्हालल्लाही मिल अल मीजानि व मुन्तहल इल्मि व मबलगर रिदा व जी न तल अर्शि ला मलजा अ वला मंजा अ मिनल्लाहि इल्ला इलैहि
सुब्हानल्लाही अ द दश शफई वल वित्रि व अ द द कलिमा तिल्ला हित्ताम्मति कुल्लिहा नस् अलुकस्सला मता बिरहमतिका या अरहमर राहिमीन
व हुवा हस्बुनल्लाहु व निअ मल वकिल,निअ मल मौला व निअ मन्नसीर, वला हौला वला कुव्वता इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यिल अजीम, व सल्लल्लाहु तआला अला सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलिही वसह बिही व अलल मूमिनीना वल मुअमिनाति वल मुस्लिमी न वल मुस्लिमाती अदद जर्रातिल वुजूदि व अदद मालूमातिल्लाहि वलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन

इससे भी पढ़ें:- आशुरा की नमाज़ का सही तरीका

Ashura Ki Dua In English

Ya Qabeela Taubati Aadmaa Yauma Ashura.

Ya Faariza Karbi Zinunni Yauma Ashura.

Ya Jamiaa Shamli Ya-akuba Yauma Ashura.

Ya Samiaa Da-awati Moosa W Haruna Yauma Ashura.

Ya Mugisa Ibrahima Minannari Yauma Ashura.

Ya Rafiaa Idrisaa Ilassamaai Yauma Ashura.

Ya Muzeeba Da-awati Salihin Finnakati Yauma Ashura.

Ya Nasira Sayyidina Muhammadinw wa Ala Ali Muhammadinw wa Sali Ala Jamieel Ambiyaai Wal Mursaleen.

Wa Kiz Hazatina Fid-duniya wal Aakhirati wa Atil Umarna Fi Ta-atika wa Mahabbatika Wa Ridaka wa Ahyina Hayatan’t Tayyibatanw wa Tawaffna Alal imani wal islami Birahmatika Ya Arhamar Rahimin.

Allahumma Bieezjil Hasni wa Akihi wa Ummihi wa Abihi Wa Jad Deehi Wa Banihee Farriz Anna Maa Nahnoo Feeh.

Ashura Ki Dua Padhne Ke Baad Ise 7 Baar Padhein.

Subhalallahi Mil Al Mizaani wa Muntahal ilmi wa Mabalgar rida wa Zinatal Arshila Malza A-wla Manza Aminllahi illa ilahi.

Subhanallahi A Da Dash Safa’i wal Witri wa adad Kalimatilla Hittammati Kuliha Nas’alukassala Mataa Birahmatika Ya Arhamar Rahimin.

Wa Huwa Hasbunallahu Wa Ni’mal Wakeel, Ni’mal Maula wa Nia’mannasir.

Walaa Haula walaa Quwtta illa Bilahil Aliyyil Azim, Wa Sallallahu T’Aala Ala Sayyidina Muhammadinw wa Ala Aalihi Wa Sah Beehi wa Alal Muminina wal Muminaati wal Muslimina Wal Muslimati Adad Jarratil Wujudi Wa Adad Malumatillahi Wal Hamdu Lillahi Rabbil Aalmin.

आशूरा की दुआ की फजीलत

इस दुआ को पढ़ने की बहुत ही उम्दा किस्म की फजीलतें बयां की गई है उनमें से कुछ निम्नलिखित है:-

  1. यकीन के साथ आशूरा की दुआ पढ़ने से अल्लाह त’आला नेमतें नाजिल फरमाता है।
  2. आशूरा की दुआ को पढ़ने से उम्र में खैरो बरकत और ज़िंदगी में फलाह व नेमत हासिल होती है।
  3. आशूरा की दुआ को जो भी सच्ची दिल से पढ़ेगा वो पुरा साल मौत के सदमे से महफूज़ रहेगा।
  4. 10 मुहर्रम को आशूरा की दुआ पढ़ना सबसे दुरूस्त है इस दिन पढ़ने से इल्म में तरक्की होती है।
  5. जो भी आशिक ए रसूल आशूरा की दुआ को दिल से पढ़ेगा उसकी सेहत दुरुस्त रहेगी इंशाअल्लाह।

आशूरा में क्या करना चाहिए?

मुहर्रम की दसवीं तारीख यानी रोजे आशूरा दुनियां का यही वो बड़ा अज़मत व फजीलत वाला दिन है जिस दिन हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की तौबा कबूल हुई।

इसी दिन रोजे आशूरा को हजरते नूह अलैहिस्सलाम की कश्ती तूफान में सलामती के साथ जुदी पहाड़ पर पहुंची इसी दिन हजरते इब्राहिम अलैहिस्सलाम पैदा हुए।

आशूरा की रात में आप इस तरह से आशूरा की नमाज अदा करें इस रात 4 रकात इस तरह पढ़ें की हर रकात में अल्हम्दु शरीफ़ यानी सूरह फातिहा पढ़ने के बाद आयतुल कुर्सी एक बार और 3 मरतबा सूरह इख्लास यानी कुल हुवल्लाह शरीफ पढ़ें।

इसी तरह आप 2-2 रकात की नियत कर के पुरा चार रकात मुकम्मल करें और हर रकात में इसका खुब ख्याल रखें और इसे भी याद रखें कि नमाज मुकम्मल होने के बाद कम से कम 100 मरतबा सूरह इख्लास पढ़ें।

आशूरा के दिन क्या करना चाहिए?

आशूरा के दिन ज्यादा से ज्यादा इन कामों को करना चाहिए।

  • रोज़ा रखना।
  • गुस्ल करना।
  • सुर्मा लगाना।
  • सदका करना।
  • नाखुन तराशना।
  • आशूरा की नमाज पढ़ना।
  • उलमा की जियारत करना।
  • यतीम के सर पर हांथ फेरना।
  • एक हजार मरतबा सूरह इख्लास पढ़ना।
  • अपने अहलो अयाल के रिज्क में वुस्अत करना।

नवीं और दसवीं मुहर्रम दोनों दिन रोज़ा रखना चाहिए और अगर न हो सके तो आशुरा के दिन जरूर रोज़ा रखें।

FAQ

आशूरा के दिन क्या पढ़ना चाहिए?

आशूरा के दिन आशूरा की नमाज और सूरह इख्लास पढ़ना चाहिए।

आशूरा की नमाज कब पढ़ी जाती है?

आशूरा की रात वाली नमाज मगरिब बाद और दिन में सूरज चमकने के 20 मिनट बाद पढ़ी जाती है।

आशूरा की रात को क्या पढ़ना चाहिए?

आशूरा की रात को 4 चार रकात आशूरा की नफ्ल नमाज पढ़ना चाहिए।

आख़िरी बात

आप इस पैग़ाम में एक बहुत ही उम्दा किस्म की दुआ यानी की आशूरा की दुआ से रूबरू हुए आप ने यहां पर बहुत ही आसानी से आशूरा की दुआ को पढ़ा हमने यहां पर आशूरा की दुआ को हिंदी के साथ साथ इंग्लिश वर्डस में भी लिखा था जिसे आप अपने पसंदीदा जबान में पढ़ सकें।

अगर अभी भी आपके मन में आशूरा की दुआ से जुड़ी कोई डाउट या फिर किसी भी तरह का कोई सवाल हो तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से ज़रूर पूछें हम आपके सभी सवालों का जवाब ज़रूर पेश करुंगा जिसे आपकी डाउट भी खत्म हो जाए और जवाब भी मिल जाए।

अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो यानी इस पैग़ाम से जो कुछ भी इल्म आपको हासिल हुई हो उसे सभी आशिकाने रसूल तक पहुंचा कर इस पैग़ाम को शेयर करके सवाबे दारैन हासिल करें साथ ही साथ अपने नेक दुआओं में हमें भी ज़रूर याद रखें शुक्रिया।

2 thoughts on “Ashura Ki Dua In Hindi – आशूरा की दुआ हिंदी में”

  1. Assalamualaikum bht hi ache tareeka se bataya aapko hamari Puri namaz dua surah sab mukammal Ho Gaya aapki taraf se iska ajar de Allah aapko inshallah aameen

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