Surah Alam Nashrah Ki Fazilat – 10 Amazing Fazilat

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप बहुत ही बरकत व रहमत भरी बात यानी सूरह अलम नशरह की फजीलत जानेंगे आप भी जानते ही होंगे कि कुरान ए पाक के हर एक सूरह की बेशुमार फजीलतें है।

आज आप इसी कुरान ए पाक की एक सूरह सूरह अलम नशरह की फजीलत को यहां जानेंगे हमने यहां पर सूरह अलम नशरह की दिलचस्प फजीलतें बयां की है, इसीलिए इस पैग़ाम को शुरू से आख़िर तक ध्यान से पढ़ें।

Surah Alam Nashrah Ki Fazilat

  1. सूरह अलम नशरह जो भी कसरत से पढ़ता है अल्लाह तबारक व तआला उसे ज्यादा सुरक्षा और हिम्मत देता है साथ ही उसका विश्वास भी बढ़ता है।
  2. अगर कोई गम में मुब्तिला है वो हर नमाज़ के बाद सूरह अलम नशरह 7 बार पढ़े और सोने से पहले दुरूद शरीफ़ के साथ 71 बार पढ़े एक सप्ताह में गम से निजात पाएगा।
  3. अगर कोई कर्ज़ में मुब्तिला है उससे चाहिए कि हर दिन फजर की नमाज़ के बाद 41 मरतबा सूरह अलम नशरह की तिलावत करे शुरू और आखिर में 11 मरतबा दुरूद शरीफ भी पढ़े।
  4. अगर वह इसी तरह 7 दिन तक सूरह अलम नशरह की तिलावत लगातार करता है तो वह ना कि सिर्फ़ कर्ज से छुटकारा पाएगा बल्कि वह मालदार भी हो जाएगा।
  5. जो भी सूरह अलम नशरह पढ़ेगा अव्वल आखिर में 3 बार दुरुद शरीफ के साथ उसके मुश्किल से मुश्किल काम इसे पढ़ने से आसान हो जाएंगे इंशाअल्लाह।
  6. अगर आप के पैसा हो तो उससे खर्च करने से पहले 3 मरतबा सूरह अलम नशरह पढ़ कर फूंक लें इससे यह फ़ायदा होगा की घर में बरकत होगी और माल खत्म नहीं होगी।
  7. अगर कोई सीने की बीमारी जैसे दिल की धड़कन से परेशान है उसे सूरह अलम नशरह 3 बार पढ़ कर सीने पर फूंकना चाहिए ये परेशानी दूर हो जाएगी।
  8. अगर कोई फ्लू से पीड़ित है उन के पीने की पानी में 3 मरतबा सूरह अलम नशरह पढ़ कर फूंक दें और उस पानी को हर रोज पिलाएं इंशाअल्लाह मर्ज दूर हो जाएगी।
  9. अगर कोई दुन्यवी समस्या में हमेशा उलझा रहता है उसे सूरह अलम नशरह 21 मरतबा दिन में किसी वक्त 3-3 बार दुरूद शरीफ के साथ पढ़े वो निजात पाएगा।
  10. अगर किसी इंसान को भूलने की बीमारी है तो वह सूरह अलम नशरह पढ़े इससे उसकी मेमोरी पॉवर बढ़ेगी और ध्यान करने की क्षमता भी बढ़ेगी इंशाअल्लाह।

सूरह अलम नशरह रोजाना पढ़ने के फजीलत

अगर कोई कसरत से रोज़ाना 21 बार सूरह अलम नशरह पढ़ेगा उसे अल्लाह तबारक व तआला माल और दौलत में इज़ाफा करेगा इंशाअल्लाह।

अगर किसी का घर या खानदान में हमेशा मर्ज यानी बीमारी रहती है तो वहां पर रोज़ाना 21 बार सूरह अलम नशरह की तिलावत करे मर्ज दूर हो जाएगी।

सूरह अलम नशरह की फजीलत में यह भी है कि अगर कोई भी हर रोज़ 21 बार सूरह अलम नशरह पढ़ेगा उसके इज्जत में भी इज़ाफा होगा।

सूरह अलम नशरह पढ़ने की फजीलत

जो भी कसरत से दिन और रात हमेशा सूरह अलम नशरह पढ़ेगा उसे दुनियां में ऐसे इंसान का सम्मान मिलेगा जो अल्लाह के खातिर मुहम्मद ﷺ के साथ लड़ता है वह एक शहीद के रुप में दुनियां से रूखसत होगा और वह दुनियां में एक शहीद के रुप में जाना जाएगा।

अगर कोई गुर्दे की बीमारी से परेशान है तो वह अपने पीने की पानी में सूरह अलम नशरह पढ़कर फूंक लें और उस पानी को रोजाना पिए इसे गुर्दे की समस्या दूर हो जाएगी साथ ही गुर्दे की वजह से पेशाब में होने वाली रुकावट भी गायब हो जाएगी इस नुस्खे को यकीन के साथ करें।

सूरह अलम नशरह 17 बार पढ़ कर पानी में फूंक लें और उस पानी को पिए इससे आपकी किसी भी चीज़ को याद रखने की कैपेसिटी बढ़ेगी साथ ही आपकी कॉन्सेंट्रेशन भी ज्यादा होगी आप हर चीज़ को आसानी से समझ जाएंगे और लंबे समय तक याद भी रहेगी।

सूरह अलम नशरह की तिलावत करने से हेपेटाइटिस, कैंसर डायबिटीज जैसे गंभीर रोगों से निजात मिलती है अगर कोई इसे पीड़ित है तो उसे चाहिए कि हर रोज़ सूरह अलम नशरह की तिलावत करे और शरीर पे फूंके साथ ही पानी भी सूरह अलम नशरह पढ़कर फूंका हुआ पिए।

सूरह अलम नशरह पढ़ने की ख़ास फजीलतें

जो भी इंसान कसरत से हर रोज सूरह अलम नशरह को पढ़ेगा उससे अल्लाह की तरफ़ से ये नेअमतें हासिल होंगी।

अल्लाह के लिए वो प्यारा रहेगा और अल्लाह तआला उसके लिए अपने दिल खोल देंगे।

अल्लाह तआला उस बन्दे पर से दुनिया की सारी बोझ को उठा देंगे।

अल्लाह तआला उसका नाम दुनिया के साथ रुखसत के बाद भी बुलंद रखेगा।

सूरह अलम नशरह 21 बार पढ़ने की फजीलत

सूरह अलम नशरह को 21 बार दुरूद शरीफ के साथ पढ़ने के बेहतरीन फजीलतें:-

  • इज्जत व सम्मान में इज़ाफा होता है।
  • खानदानी व घर से मर्ज दूर होती है।
  • संपत्ति और पैसों में वृद्धि होती है।
  • इसे संसारिक पीड़ा भी खत्म होते हैं।
  • इल्म की दौलत में भी इज़ाफा होती है।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में सूरह अलम नशरह की फजीलत जाना हमें यकीन है आप इसकी पुरी फजीलत जान गए होंगे अगर अभी भी आपके मन में कुछ सवाल हो तो कॉमेंट बॉक्स के जरिए हम से ज़रूर पूछें और हमेशा अल्लाह पे यकीन के साथ सूरह अलम नशरह पढ़ें।

अगर इस पैगाम में आपको सचमुच में कुछ इल्म हासिल हुई हो तो और मोमिन को भी बताएं और सवाब की नीयत से इस लेख को उन सभी तक शेयर करें जिससे वो भी सूरह अलम नशरह की फजीलत से रूबरू हो जाएं और अपने मुताबिक जिन्दगी में अमल भी करें।

अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें आप लोगों की दुआ की बहुत ही जरुरत है हम भी दुआ करते हैं कि सभी मोमिन हमेशा खुश रहें और सदा मुस्कुराते रहें ऐ अल्लाह हम सब को नेक राह पे चलने की तौफ़ीक अता फरमा और हर परेशानी से निजात अता फरमा।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of IS Raza. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

2 thoughts on “Surah Alam Nashrah Ki Fazilat – 10 Amazing Fazilat”

  1. Allah aapko jazaye khair de
    Iska hawala bata sakte hai aap agar koi hamse hawala puchhe to hum kaon si kitab ka hawala de

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