Surah Humazah In Hindi – सूरह अल-हुमज़ह हिंदी में पढ़ें

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप सूरह हुमज़ह हिंदी में पढ़ेंगे हमने यहां पर सूरह हुमज़ह हिंदी में बहुत ही आसान लफ्ज़ों में लिखा है कितने खुशकिस्मत हैं हम सब की अल्लाह तआला ने कुरान ए पाक दिया।

आज आप कुरान ए पाक की एक बहुत ही खूबसूरत सूरह यानी सूरह हुमज़ह की तिलावत करेंगे और इसके बारे में भी जानेंगे कि इस सूरह हुमज़ह में हमारा रब हम सब के लिए क्या पैगाम भेजा है इसीलिए इसे आप आख़िर तक पढ़ें।

Surah Humazah In Hindi

  • बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
  • वै लुललि कुल्लि हुम जतिल लुम जह
  • अल्लजी जमआ मालंव व अद द दह
  • यह सबु अन् न मालहु अख लदह
  • कल्ला ल युम ब जन्न फिल हुत मह
  • व मा अदरा क मल हुत मह
  • नारूल्ला हिल मूक दह
  • अल्लती तत तलिओ अलल अफ इदह
  • इन्नहा अलैहिम मुअ सदह
  • फी अ मदिम मुमद द दह

सूरह हुमज़ह हिंदी में

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम. वै लुललि कुल्लि हुम जतिल लुम जह. अल्लजी जमआ मालंव व अद द दह. यह सबु अन् न मालहु अख लदह. कल्ला ल युम ब जन्न फिल हुत मह. व मा अदरा क मल हुत मह. नारूल्ला हिल मूक दह. अल्लती तत तलिओ अलल अफ इदह. इन्नहा अलैहिम मुअ सदह. फी अ मदिम मुमद द दह
surah humazah in hindi. IS Raza
Surah Humazah In Hindi

Surah Humazah Transliteration

Bismillah Hirrahmaan Nirraheem. Wai Lulli Kulli Huma Zatil Lumazah. Al-lazi Jama'A Maalanw wa Ad-da Dah. Yah Sabu Anna Maalahoo Akha Ladah. Kallaa La-Yum BaZanna Feel Hoot-mah. Wa Maa Adraa Ka Mal Hut Mah Narulla Hil Muk Dah. Allati Tat Taalio Alal Af-idah. Innha Alaihim Mua'Sadah. Fee A'madim Mumad Da-dah.

Surah Humazah Tarjuma In Hindi

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला, खराबी है उसके लिए जो लोगों के मुंह पर ऐब करे पीठ पीछे वदी करे जिसने माल जोड़ा और गिन गिन कर रखा क्या यह समझता है कि उसका माल उसे दुनिया में हमेशा रखेगा हरगिज नहीं जरूर वह रौंदने वाली में फेंका जाएगा और तूने क्या जाना क्या रौंदने वाली, अल्लाह कि आग भड़क रही है वह जो दिलों पर चढ़ जाएगी बेशक वह उन पर बन्द कर दी जाएगी लम्बे लम्बे सुतूनों खम्भों में।

Surah Humazah Tarjuma In English Transliteration

Allah Ke Naam Se Shuru Jo Bahut Meharban Rahmat Wala. Kharaabi Hai Uske Liye Jo Moonh Par Aeb Kare Pith Pichhe Wadi Kare Jisne Maal Joda Aur Gin Gin Kar Rakha Kya Samajhta Hai Ki Uska Maal Use Duniya Mein Hamesha Rahega Hargiz Nahin Jarur Wah Raundane Wali Mein Fenka Jaega Aur Tune Kya Jana Kya Raundane Wali Allah Ki Aag Bhadak Rahi Hai Wah Jo Dilon Par Chadh Jaegi Beshaq Wah Un Par Band Kar di Jaegi Lambe Lambe Sutunon Khambhon Mein.

सूरह हुमज़ह के बारे में जानिए

सूरह हुमजह मक्की है इसमें एक रूकुअ नौ आयतें तीस कलिमें और एक सौ तीस अक्षर है।

ये आयतें उन काफिरों के बारे में उतरी जो सैयदे आलम सल्लल्लाहो अल्लैहे वसल्लम और आपके सहाबा को बुरा भला कहते थे और इन हजरात की गिबत करते थे।

जैसे अखनस बिन शरीक और उमैया बिन खलक और वलीद बिन मुगिरह वगैरहुम और हुक्म हर गिबत करने वालों के लिए आम है।

वह माल की मोहब्बत में मस्त है जो मरने न देगा और नेक कर्मो के तरफ़ तवज्जोह नहीं करता, यानी जहन्नम के उस गढ़े में जहां आग हड्डियां पसलियां तोड़ डालेगी।

एक हदीस के मुताबिक जहन्नम की आग हज़ार बरस धौंकी गई यहां तक की सुर्ख हो गई फिर हज़ार हज़ार बरस धौंकी गई यहां तक कि सफेद हो गई फिर हज़ार बरस धौंकी गई यहां तक कि काली हो गई तो वह अंधेरी काली है।

यह बाहरी जिस्म को भी जलाएगी और जिस्म के अन्दर भी पहुंचेगी और दिलों को भी जलाएगी दिल ऐसी चीज है जिससे जरा सी गर्मी की ताब नहीं।

तो जब जहन्नम को आग उन पर आएगी और मौत आएगी नहीं तो क्या हाल होगा दिलों को जलाना इसलिये है कि वो कुफ्र और गलत अकीदों और बुरी नियतों के स्थान है।

यानी आग में डालकर दरवाज़े बंद कर दिए जाएंगे, यानी दरवाजों की बंदिश लौहे के जलते सुतुनो से मज़बूत कर दी जाएगी कि दरवाज़ा न खुले कुछ मुफसि्सरों ने ये मानी बयान किए हैं कि दरवाज़े बंद करके जलते हुऐ सुतुनों से उनके हांथ पांव बांध दिए जाएंगे।

FAQs

अल हमजाह का अर्थ क्या है?

अल हमजाह का अर्थ किसी की बुराई या उसे खराब कहना होता है जो आज कल आम है।

सूरह अल हमजा का खुलासा क्यों हुआ?

सूरह अल हमजा का खुलासा इस लिए हुआ क्योंकि सहाबा की गिबत करते थें।

आख़िरी बात

यहां पर आप ने सूरह हुमज़ह बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पढ़ा हमने यहां पर हिंदी के साथ साथ अरबिक और इंग्लिश में भी पेश किया जिससे आप अपने मनपसंद लैंग्वेज में आसानी से सूरह हुमज़ह पढ़ सकें। अगर अभी भी आपके मन में कुछ सवाल हो तो कॉमेंट करके ज़रूर पूछें।

अगर यह पैगाम आपको अच्छा यानी इस सूरह हुमज़ह लिखी पैगाम से कुछ अच्छी इल्म हासिल हुई हो तो सिर्फ़ अपने तक न सिमित रखें बल्कि फैलाएं कि दीन की इल्म भी फैलाना एक सदका ए जरिया है अपने नेक दुआओं में हमें भी ज़रूर याद रखें आपकी दुआ की हमेशा ज़रूरत है।

ऐ अल्लाह यहां पर हम में से किसी से भी सूरह हुमज़ह हिंदी में पढ़ने या लिखने में एक आयत या फिर एक हर्फ या एक नुक्ता में भी गलती हुई हो तो अपने रहमों करम से हम सब को माफ़ अता फरमा और हम सब को कुरान ए पाक ठीक से पढ़ने की तौफ़ीक अता फरमा आमीन।

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