Surah Muzammil in Hindi – सूरह मुजम्मिल हिंदी में पढ़ें

आज की इस पैग़ाम में बहुत ही ख़ूबसूरत और बा बरकत रहमत भरी सूरह यानी सूरह मुजम्मिल हिंदी में पढ़ेंगे, आप भी इसकी बरकत व रहमत से वाकिफ होंगे यह सूरह कुरान पाक की सूरह में से एक है तो अब आप पूरा यकीन कर लिए होंगे कि सचमुच में यह बहुत ही आला दर्जा का सूरह है।

हम सभी को सूरह मुजम्मिल पढ़ने से पहले कुछ बात का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए क्योंकि यह एक कुरान का हिस्सा है सबसे पहले हमें चाहिए कि पाक और बा वजू ही इस सूरह को पढ़ें जो की कुरान पढ़ने का आदाब है यहां पर हमने हर एक लफ्ज़ हर एक हर्फ का ख्याल अच्छे से रखते हुए लिखा है।

आपको ज़रूर यह ध्यान रखना होगा की हर लफ़्ज़ का जबां से सही सही बोले ताकि कुरान का आदाब भी पूरा हो जाए और हम सब को पूरा सवाब भी हासिल हो जाए आपको शायद मालूम होगा की अरबी जबां का हिंदी जबां सही नहीं हो पाता है लेकिन फिर भी सही से आप पढ़ें।

सूरह का नाम सूरह मुजम्मिल
पारा नंबर 29 उनतीस
आयत 20 बीस
हर्फ़838 आठ सौ अड़तीस
कलिमे225 दो सौ पच्चीस
रूकुअ2 दो
नाज़िलमक्के में हुई
Surah Muzammil in Hindi

Surah Muzammil in Hindi

  • बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
  • या अय्युहल मुज्जम्मिलु
  • कुमिल लैल इल्ला कलीला
  • निस्फहू अविन्कुस मिन्हु कलिलन
  • औ जिद अलैहि व रत्तिलिल कुरआन तरतीला
  • इन्ना सनुल्की अलैक कौलन सकीला
  • इन न नाशि अतल्लैलि हिय अशद्दु वतअंव व अक्वमु कीला
  • इन् न ल क फिन्नहारि सब्हन तवीला
  • वज्कुरिस् म रब्बि क व त बत्तलू इलैहि तब्तिला
  • रब्बुल मशरिकि वल मगरिबि ला इल्लाह इल्ला हु व फत्तखिजहु वकीला
  • वसबिर अला मा यकूलू न वहजुरहम हज्रन जमीला
  • व जरनी वल मुकज्जिबी न उलिन्नअमति व महि्हलहुम कलीला
  • इन न लदैना अन्कालंव व जहीमा
  • व तआमन जा गुस्सतिंव व अजाबन अलिमा
  • यौ म तरजुफुल अरजु वल जिबालु व कानतिल जिबालु कसीबम महीला
  • इन्ना अरस्लना इलैकुम रसलन शाहिदन अलैकुम कमा अरसलना इला फिरऔ न रसुला
  • फ असा फिरऔनुर रसू ल फ अखजनाहु अख्जंव वबीला फ कैफ तत्तकू न इन क फरतुम यौमंय्यज अलुल विल्दा न शीबनी
  • स्समा उ मुन्फतिरूम बिही का न वअदुहू मफ्उला
  • इन न हाजिही तजकिरतुन फ मन शाअत्त ख ज इला रब्बिही सबीला
  • इन् न रब्ब क यअलमु अन्न क तकुमू अदना मिन सुलु सयिल्लैलि व निस् फहु व सुलू सहू व ताइ फतुम मिनल्लजी न म अ क वल्लाहु युकद्दिरूल्लै ल वन्नहार अलि म अल् लनु तुहसूहु फता ब अलैकुम फकरऊ मा त यस्स र मिनल कुरआनि अलि म अन स यकुन मिन्कुम मरजा व आ खरू न यजरिबु न फिल अरजी यबतगुन मिन फजलील्लाह
  • व आखरूना युकातिलू न फी सबीलिल्लहि फक्रऊमा त यस्सर मिन्हु व अकीमुस्सला त व आतुजू जका त व अक्रिजुल्ला ह करजन ह सनन व मा तुकद्दिमु लि अन्फुसिकुम मिन खैरिन तजिदूहु इन्दल्लहि हु व खैरंव व अअ ज म अज्रन वस्तगफिरूल्ला ह इन्नल्ला ह गफूरूर रहीम

Surah Muzammil English Transliteration

  • Bismillah Hirrahmaan Nirraheem
  • Ya Ayyuhal Muzammil lu
  • Kumil layl illa Kalila
  • Nisfahu Awinkus Minhu Kalilan
  • Au Zid Alaihi W Rattilil Quraa’n Tartila
  • Inna Sanulaki Alaik Qaulan Sakila
  • Inna Nashi Atallaili Hee-y Ashdadu wat’au w Akawamu Qeela
  • Inna-la-ka Finnhari Sabhan Taweela
  • Wajkuris-ma Rabbi-ka Wa T’ battalu ilaihi Tabteela
  • Rabbul Mashrikee Wal Maghreebi La ila-H illa Huw Fatkhijhoo Wakeela
  • Wasabir Alaa Ma Yakoolu N wahjurhoom Hazran Jamila
  • Wa Jarni Wal Mukzzibee-n Ullina-amati w Mahihlahoom Kalila
  • Inna Ladaina Ankalaw-w Zaheema
  • W Ta’ Aaman Ja Gussatiw w Azaban Aleema
  • Youm Tarzuful Arzuu Wal Zibaloo W Kantiloo Zibaloo Kasibam Maheela
  • Inna Arsalna ilaikum Rasalan Shaheedan Alaikum Kamma Arsalna ila Fir-aun Rasoola
  • Fa-asa Fir-aunoor Rasoo-la-k Fa-akhzanahoo Akhazaw Wabeela Fakyfa Tattakoo-n inna Kafaratoom Youmanyyaj Alul Wilda-n shibni
  • Samma-u Munfatirum Beehi Kaa-na Wa- aduhoo Mafula
  • In-n Hazihee Tazkiratoon Faman Sha’ Atsakh-ja illa Rabbihee Sabila
  • In-n Rabba-k Ya-alamoo Anna K Takmoo Adna Min Suloo Sayillaili wa Nis Fahoo wa Suloo sahoo Wa Taifatoom Minallazi N Ma-a- ka Wallahoo Yookddirul lail wannhaar Aleem Al-lanoo Tuhsoohu Fataa B Alaikum Fakra-u maa tayass-ra Minal Quraani alee ma Ansaykoon Minkoom Marzaa wa Aakhroon Yazreeboo Na Feel Arzee Yabtagoon min Fazlillah
  • Wa Aakhroona Yukatiloona Fee Sabilillahi Fakr-uma tayass-ra Minhoo wa Akimussla- T wa Aatuzoo Zakaat W Akrijullah Karzan Hasanan Wa Maa Tukaddimoo Lee-anfusikoom Min-khairin Tajidoohu indall-hi Hu-w Khairaw-w A’azam Azran Wastagfirullah innallah Gafuroor Raheem

आख़िरी बात

आपने यहां पर सूरह मुजम्मिल बहूत ही आसन व साफ़ लफ्जों में पढ़ा यकिनन आप ठीक से हर लफ़्ज़ को पढ़े होंगे और यहां पर लिखी सूरह मुजम्मिल जो कुरान की सूरह है इसका आदाब भी पुरी की होगी यानी की हर लफ़्ज़ को अच्छे ज़ुबान से पढ़ा होगा और पूरा सवाब हासिल किया होगा।

यहां पर हमने आप को अच्छे से समझ आ सके इसीलिए हिंदी के साथ इंग्लिश ट्रांसलिटरेशन में लिखा क्योंकी कुछ हमारे बीच मोमिन ऐसे भी हैं जिन्हें हिंदी की पकड़ अच्छी नहीं लेकिन इंग्लिश में वे अच्छे होते हैं तो ऐसे में हमने यहां पर दो भाषाओं में सूरह मुजम्मिल लिखा।

ऐ अल्लाह अगर हम में से किसी को यहां पर या कहीं पर सूरह मुजम्मिल पढ़ने लिखने में एक जुमला, एक लफ्ज़, एक हर्फ या एक नुक्ता का भी छूटा हो या अनजाने में गलती हो गई हो तो इसे अपने रहमों करम से माफ़ अता फरमा और हम सभी को सही से पढ़ने को तौफ़ीक अदा फरमा आमीन!

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