आज के इस खूबसूरत सा पैग़ाम में आप बहुत ही रहमत बरकत और फजीलत भरी सूरह की जमा यानी की चारो कुल हिंदी में जानेंगे हमने यहां पर चारो कुल हिंदी में बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है।
जिसे आप चारो कुल बहुत ही आसानी से पढ़ सकेंगे और जेहन में भी आसानी से बसा सकेंगे साथ ही हमने यहां पर चारो कुल पढ़ने का फजीलत और बरकत भी बताया है इसीलिए आप इसे अंत तक ध्यान से पढ़ें।
Charo Qul Hindi Mai – Surah Kafirun
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमाननिर्रहीम
- कुल या अय्युहल काफिरुन
- ला आअबुदू मा ताअबुदून
- वला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद
- वला अना आबिदुम मा अबत्तुम
- वला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद
- लकुम दीनुकुम वलि यदीन
Charo Qul Hindi Mai – Surah Kafirun Tarjuma
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला. तुम फरमाओ ऐ काफिरों न मैं पुजता हूं जो तुम पुजते हो. और न तुम पुजते हो जो मैं पुजता हूं. और न मैं पूजूंगा जो तुमने पूजा और न तुम पूजोगे जो मैं पुजता हूं. तुम्हें तुम्हारा दीन और मुझे मेरा दीन।
Charo Qul Hindi Mai – Surah Ikhlas
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमाननिर्रहीम
- कुल हु वल्लाहु अहद्
- अल्लाहुस् समद
- लम य लिद् वलम यूलद
- वलम यकुं ल्लहु कुफुवन अहद
Charo Qul Hindi Mai – Surah Ikhlas Tarjuma
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला, तुम फरमाओ वह अल्लाह है वह एक है अल्लाह बेनियाज है न उसकी कोई औलाद और न वह किसी से पैदा हुआ है और न उसके जोड़ का कोई।
Charo Qul Hindi Mai – Surah Falaq
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमाननिर्रहीम
- कुल अऊजु बि रब्बिल् फ लक
- मिन शर्रि मा ख लक
- व मिन शर्रि गासिकीन इजा वकब
- व मिन शर्रि नफ्फासाति फिल उकद
- व मिन शर्रि हासिदीन इजा हसद्
Charo Qul Hindi Mai – Surah Falaq Tarjuma
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला, तुम फरमाओ मैं उसकी पनाह लेता हूं जो सुबह का पैदा करने वाला है उसकी सब मखलूक के शर से और अंधेरी डालने वाले की शर से जब वह डूबे और उन औरतों के शर से जो गांठों में फूंकती है ओर हसद वाले के शर से जब वह मुझसे जले।
Charo Qul Hindi Mai – Surah Naas
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
- कुल अउजु बि रब्बिन्नास
- मलिकिन् नास इलाहिन् नास
- मिन शर्रिल वस्वासिल खन्नास
- अल लजी युवसविसु फि सुदुरिन्नास
- मिनल जिन्नती वन्नास
Charo Qul Hindi Mai – Surah Naas Tarjuma
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला तुम कहो मैं उसकी पनाह में आया जो सब लोगों का रब सब लोगों का बादशाह सब लोगों का खुदा उसके शर जो दिल में बुरे खतरे डाले और दुबक रहे वो जो लोगों के दिलो में वसवसे डालते हैं जिन्न और आदमी।
चारो कुल पढ़ने के बेहतरीन फ़ायदे
चारो कुल मुसीबत के वक्त पढ़ने से खुदा बंदे पर हौसला देता है जिससे वह आसानी से मुसीबत से निकल जाता है।
चारो कुल पढ़ने से हर तरह की शैतान की आफत से पढ़ने वाला हमेशा दूर रहता है।
चारो कुल को पढ़ कर मरीज़ पर दम करने से यानी फूंकने से उस की मर्ज भी दूर हो जाती है।
चारो कुल पढ़ कर सोने से बुरे ख़्वाब और डरावनी ख़्वाब से सोने वाला महफूज़ रहता है।
चारो कुल पढ़ने से पढ़ने वाला जादुई अफ़राद खराब नज़र से हमेशा महफूज़ रहता है।
इन हालातों में चारो कुल जरूर पढ़ें।
- शैतानी हराकात के वक्त
- मुसीबत में पढ़ जानें पर
- घबराहट बेचैनी होने पर
- बुरे ख़्वाब देखने के बाद
- बड़ा कार्य करने से कब्ल
इन वक्तों में चारो कुल ज्यादा पढ़ें।
सुबह नींद से उठने के बाद
- रात के वक्त सोने से पहले
- अपने वतन से बाहर जाने पर
- दुआ करते वक्त भी चारो कुल पढ़ें
- शबे कद्र, शबे मेराज, शबे बारात की रात
इन वक्तों में आप ज्यादा से ज्यादा चारो कुल पढ़ें और हो सके तो आयतुल कुर्सी भी पढ़ें साथ ही इन चारो कुल को जब भी जी चाहे एक बार पढ़ लें जिससे सुकून हासिल हो जाए।
Charo Qul Hindi Mai FAQs
चारो कुल कैसे पढ़ें?
चारो कुल इस तरह से पढ़ें सबसे पहले सूरह काफीरून पढ़ें, फिर सूरह इखलास, फिर सूरह फलक इसके बाद सूरह नास पढ़ें।
चारो कुल कौन से हैं?
चारो कुल में सबसे पहला कुल सूरह काफीरून, फिर सूरह इखलास, सूरह फलक और सूरह नास हैं।
इस्लाम में 4 Qul क्या है?
इस्लाम में 4 कुल कुरान पाक की 4 सूरह है इन सभी की शुरूआत ‘कुल’ से होती है इसीलिए इन सभी को सूरह कुल कहा गया है।
आख़िरी बात
आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही अच्छी इल्म हासिल की जिसमें आप ने चारो कुल हिंदी में पढ़ा साथ ही चारो कुल की बरकत भी पढ़ी और उन वक्तों के बारे में भी जाना जिस वक्त चारो कुल को पढ़ना चाहिए अगर कोई सवाल आप के मन में आए तो कॉमेंट करके ज़रूर पूछें।
अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो तो सवाब की नियत से और इल्मे दीन फैलाने की नियत से इसे जरूर दूसरों तक पहुंचाएं जिससे सब मोमिन इस तरह की बरकत भरी सूरह की जमा से रूबरू हो सकें और अपने ज़िंदगी में जरुरत के साथ साथ शौक में भी पढ़ें।
ऐ अल्लाह यहां पर हम में से किसी को भी चारो कुल हिंदी को पढ़ने या लिखने में एक आयत एक हर्फ या फिर एक नुक्ते में भी गलती हुई हो तो अपने रहमों करम से हम सब को माफ़ अता फरमा और हम सब को कुरान पाक ठीक से पढ़ने की तौफ़ीक अता फरमा आमीन।
Asar ki namaz ma8rakat hoti hai
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