Durood E Taj In Hindi – दुरूदे ताज हिंदी में पढ़ें।

आज आप इस पैग़ाम में बहुत ही खूबसूरत दुरूद यानी दुरूदे ताज हिंदी में पढ़ेंगे, इस का नाम से आप भी समझ ही गए होंगे कि यह कितनी अहम दुरूद है आप को शायद मालूम भी होगा कि दुरूदे ताज कि फजीलत बहुत है अगर नहीं मालूम है तो हमने दुरूदे ताज की फजीलत भी लिखी है।

आप दुरूदे ताज पढ़ने के साथ साथ दुरूदे ताज की फजीलत भी ज़रूर पढ़ें, जिससे आप इस दुरूदे ताज की फजीलत से भी रूबरू हो जाएं और ज़रूरत के मुताबिक़ अपने ज़िंदगी में जब भी पढ़ना पढ़े आप इससे पढ़ लें, तो आप इस पैग़ाम को ध्यान से शुरू से लेकर आख़िर तक पढ़ें।

Durood E Taj In Hindi

  • अल्लाहुम्मा सल्लि अला सैयिदिना व मौलाना मुहम्मदिन साहिबिताजि वल मिअराजि वल बुराकि वल अलम.
  • दाफिइल बलाइ वल वबाइ वल कहती वल मरदी वल अलम.
  • इसमुहू मक्तुबूम मरफूउम मशफूउम मनकूशुन फिल्लौहि वल कलम.
  • सैयिदिल अ र बि वल अजम. जिस्मुहू मुकद्दसुम मुअत्तरूम मुतह्हरूम मुनव्वरुन फिल बैति वल हरम.
  • शमसिद्दुहा बदरिद्दुजा सदरिल उला नूरिल हूदा कहफिल वरा मिस्बाहिज्जूलम.
  • जमीलिश शियम शफि इल उमम साहिबिल जूदि वल करम.
  • वल्लाहु आसिमुहु वजिब्रील खादिमुहू वल बुराकु मरकबुहू वल मिअराजु सफ रूहू वसिदरतुल मुन्तहा मकामुहू व का ब कौसैनि मतलूबुहू वल मतलूबु मकसुदुहु वल मकसूदु मौजूदुहू सैयदील मुरसलीन.
  • खातमन नबिय्यीन शफिइल मुज्निबिन अनीसिल गरीबीन रहमतिल लिल आलमिन राहतिल आशिकीन मुरादिल मुश्ताकीन.
  • शम्सिल आरिफीन सिराजिस्सालिकीन मिस्बाहिल मुकर्रबीन मुहिबिल फुकराइ वल गुरबाइ वल यतामा वल मसाकीन.
  • सैयिदिस्सकलैनि नबिय्यील हर मैनि. इमामिल किब्लतैनि वसी लतिना फिद्दारैनि.
  • साहिबे का ब क़ौसैनि महबुबि रब्बिल मशरिकैनि वल मगरिबैन जद्दिल हसनि वल हुसैन मौलाना व मौलस सकलैन.
  • अबिल कासिमि मुहम्मदिब्नि अब्दिल्लाह नूरिम मिन नूरिल्लाह या अय्युहल मुश्ताकूना बिनूरि जमालिही सल्लु अलैहि व आलिहि व अस्हाबिही व सल्लिमू तस्लीमा.

Must Read: Inshallah Meaning In Hindi

दुरूदे ताज हिंदी में

अल्लाहुम्मा सल्लि अला सैयिदिना व मौलाना मुहम्मदिन साहिबिताजि वल मिअराजि वल बुराकि वल अलम.दाफिइल बलाइ वल वबाइ वल कहती वल मरदी वल अलम.इसमुहू मक्तुबूम मरफूउम मशफूउम मनकूशुन फिल्लौहि वल कलम.सैयिदिल अ र बि वल अजम. जिस्मुहू मुकद्दसुम मुअत्तरूम मुतह्हरूम मुनव्वरुन फिल बैति वल हरम.शमसिद्दुहा बदरिद्दुजा सदरिल उला नूरिल हूदा कहफिल वरा मिस्बाहिज्जूलम.जमीलिश शियम शफि इल उमम साहिबिल जूदि वल करम.वल्लाहु आसिमुहु वजिब्रील खादिमुहू वल बुराकु मरकबुहू वल मिअराजु सफ रूहू वसिदरतुल मुन्तहा मकामुहू व का ब कौसैनि मतलूबुहू वल मतलूबु मकसुदुहु वल मकसूदु मौजूदुहू सैयदील मुरसलीन.खातमन नबिय्यीन शफिइल मुज्निबिन अनीसिल गरीबीन रहमतिल लिल आलमिन राहतिल आशिकीन मुरादिल मुश्ताकीन.शम्सिल आरिफीन सिराजिस्सालिकीन मिस्बाहिल मुकर्रबीन मुहिबिल फुकराइ वल गुरबाइ वल यतामा वल मसाकीन.सैयिदिस्सकलैनि नबिय्यील हर मैनि. इमामिल किब्लतैनि वसी लतिना फिद्दारैनि.साहिबे का ब क़ौसैनि महबुबि रब्बिल मशरिकैनि वल मगरिबैन जद्दिल हसनि वल हुसैन मौलाना व मौलस सकलैन.अबिल कासिमि मुहम्मदिब्नि अब्दिल्लाह नूरिम मिन नूरिल्लाह या अय्युहल मुश्ताकूना बिनूरि जमालिही सल्लु अलैहि व आलिहि व अस्हाबिही व सल्लिमू तस्लीमा.

Durood E Taj In English

Allahumma Salli Alaa Sayyideena Wa Maulana Muhammadeen Sahibitazee Wal Mi'Arazee Wal Buraakee Wal Alam.
Dafieel Balaee Wal Wabaee Wal Kahtee Wal Mardee Wal Alam.
Ismuhoo Matquboom Marfooum Mashfuoom Man Kushoon Fillauhi Wal Kalam.
Saiyideel A-ra-bee Wal Azam. Jismoohu Mukaddasum Mu'Attarum Mutahhuroom Munawwarun Feel Baitee wal Haram.
Shasidduha Baddridduza Sadreel Ula Nureel Hudaa Kahfeel Waraa Misbahizzuloom.
Jamilish Liyam Shafieel Umam Sahibeel Joodi wal Karam.
Wallahoo Aasimoohu Wajibreel Khadimuhoo Wal Burakoo Markabuhoo Wal Mi'Arazu Saf Ruhoo Wasidratool Muntahaa Maqamuhoo Wa-Kaa-ba Kausainee Matlubuhoo Wal Matluboo Maqsuduhoo Wal Maqsudoo Mauzuduhoo Saiyadeel Mursaleen.
Khaatman Nabiyeen Safieel Muzneebeen Aniseel Garibeen Rahamteel leel Aalmeen Raahteel Aashiqeen Muraadeel Mushtaqeen.
Shamseel Aarifeen Sirazis-salikeen Misbaaheel Mukarrabeen Muhibeel Wal Gurbai Wal Yatama Wal Masakeen.
Saiyidis-saklainee Nabieel Har mainee. Imameel Qiblatainee Wasee Latinaa Fiddarainee.
Saahibe Ka ba Qausainee Mahbubee Rabbil Jaddeel Hasnee wal Husain Maulana Wa Maulas Shaklain.
Aabeel Qaseemi Muhammadibnee Abdeellah Nureem Min Nurillah Ya Ayyuhal Mushtaquna Binoori Jamaaleehi Sallu Alaihee Wa Aalihee Wa Ashabeehi Wa Saloo Tasleema.

दुरूदे ताज का तर्जुमा

ऐ अल्लाह रहम फरमा हमारे सरदार और हमारे आका मोहम्मद ताज व मेराज वाले बुराक और बुलंदी वाले पर बलिय्यात व वबाए कहत व मर्ज दुख और मुसीबत के दूर करने वाले पर जिन का इस्मे गिरामी लिखा हुवा है बुलंद है और अल्लाह करीम के नाम के साथ जुड़ा हुआ है।

लौहे महफूज़ और कलम में रंग आमेजी किया हुआ है अरब और अज़म के सरदार जिन का जिस्मे मुबारक हर ऐब से मुबर्रा खुशबू का मम्बअ इंतिहाई पाकीज़ा नुरून अला नूर अपने घर और हरम में इन तमाम अहवाल के साथ आज भी मौजूद है।

सुबह के रोशन और खुशनुमा सूरज चौदहवीं रात के चांद बुलंदी के मआखज हिदायत के नूर मखलूक की जाए पनाह तारिकीयों के चराग बेहतरीन खुलक व आदात वाले उनको की शफाअत करने वाले सखावत और कर्म के वाली पर दुरुदो सलाम और अल्लाह पाक उनका मुहाफिज है।

जिब्रील अमीन का खादिम हैं और बुराक सुवारी है मेराज उनका सफर है और सिद्रतुल मुंतहा उनका मकाम है और काब कौसेन कमाले कुर्बे इलाही उन का मत्लूब है और मत्लूब यानी कमाले कुर्बे इलाही ही मकसूद है‌ और मकसूद हासिल हो चुका है।

तमाम रसूलों के सरदार तमाम अंबिया के बाद आने वाले गुनहगारों की शफाअत करने वाले मुसाफिरों और अजनबीयों के गम गुसार तमाम जहानों पर रहम फरमाने वाले आशिकों की राहत और मुशताको की मुराद जुम्लाहाए आरिफों के सूरज सालीको के चराग मुकर्रबीन की शम्अ फकिरों परदेशियों और मिस्कीनो से मोहब्बत व उल्फत रखने वाले।

जिन्नात और इंसानों के सरदार हरमे मक्का और हरमे मदीना के नबी बैतूल मुकद्दस और खानाए काबा दोनों किब्लों के इमाम दुनिया व आखिरत में हमारे वसीला काब कौसेन की नवीद वाले मशिरको और और मगरीबो के रब के हबीब इमामे हसन और इमामे हुसैन के नाना।

हमारे आका जुम्ला जिन्न व इनस के वाली यानी अबुल कासिम मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह अल्लाह पाक के नूर में से अजमत व रिफअत वाले।नूर पर दुरूदो सलाम उन के नूर जमाल के आशिकों खुब सलातो सलाम भेजो उनकी जाते वाला सिफात पर और उनकी आल व अस्हाब पर।

दुरूदे ताज की फजीलत

  • रोजी में बरकत के लिए 7 सात बार फजर की नमाज़ के बाद हमेशा विर्द जारी रखें।
  • सेहर व आसेब जिन्न व शैतान के दफा के लिए और चेचक के लिए 11 ग्यारह मरतबा पढ़ कर दम करे तो इंशाअल्लाह फायदा होगा।
  • कल्ब की सफाई के लिए हर रोज बाद नमाजे सुबह साठ बार और बाद नमाजे असर तीन बार और बाद नमाजे इशा तीन बार विर्द रखे।
  • दुश्मनों जालिमों हासिदो और हाकिमों के शर से महफूज़ रहने के लिए और गम व गुरबत दूर होने के लिए चालीस शब मुतवातिर बाद नमाजे इशा 41 बार पढ़े।
  • अकिमा यानी बांझ औरत के लिए 21‌ छुहारो पर सात सात बार दम करके एक छुहारा को रोज खिला दे और हैज के बाद पाकी हालत में हम बिस्तर हो ब फज्ले खुदा नेक फरजन्द संतान पैदा हो।
  • जो शख्स उरूजे माह यानी चांद के पहली से चौदहवीं तक शबे जुमा के बाद नमाजे इशा बा वजू पाक कपड़े पहन कर खुश्बू लगा कर 170 मरतबा दुरूदे ताज पढ़‌कर सोने से ग्यारह शब लगातार इसी तरह करे इंशाअल्लाह हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के जियारत से मुशर्रफ होगा।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में दुरूदे ताज हिंदी में पढ़ा साथ ही इसकी फजीलत से भी आप रूबरू हुए, यकिनन आप इस पैग़ाम को पढ़ने के बाद दुरूदे ताज अच्छे से पढ़ कर समझ भी गए होंगे हमने इस पैग़ाम में दुरूदे ताज हिंदी में लिखने के साथ साथ इंग्लिश ट्रांसलिटरेशन में भी लिखा है।

जिससे आप सब आसानी से समझ जाएं बहुत सारे ऐसे भी होते हैं जिन्हें हिंदी की इल्म ठीक ठाक नहीं होती लेकिन इंग्लिश उन्हें बहुत अच्छे से समझ आती है अगर अब भी कुछ डाउट आपके मन मे हो तो कॉमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो तो इसे दुसरे तक भी पहुंचाएं।

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