Pani Peene Ki Dua In Hindi – पानी पीने की दुआ हिंदी में

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप पानी पीने की दुआ हिंदी में जानेंगे हमने यहां पर पानी पीने की दुआ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है जिससे आप आसानी से समझ कर पानी पीने की दुआ याद भी कर लेंगे।

आप इस दुआ यानी पानी पीने की दुआ पढ़ कर अपने सेहत के साथ साथ आखिरत में भी रहमत हासिल करेंगे, इसी लिए जब भी पानी पिएं तो दुआ ज़रूर पढ़ें, इससे पहले यहां पर ध्यान से पढ़ कर याद भी कर लें।

Pani Peene Ki Dua In Hindi

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.

Pani Peene Ki Dua In English

Bismillah Hirrahmaan Nirraheem.

Pani Peene Ki Dua Ka Tarjuma

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला है।

Pani Peene Ke Baad Ki Dua In Hindi

अल‌ हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी सक़ाना अज्बन फुरा-तन बि रहमति ही व लम यज अलहु मिलहन उजाजन बिजुनूबिना

Pani Peene Ke Baad Ki Dua In English

Alhamdu Lillahil Lazi Sakaana Azban Fura tan Bi Rahmati Hee Wa Lam Yaz Alhu Milhan Uzaazan Bizunubina.

Pani Peene Ke Baad Ki Dua Ka Tarjuma

सब तारीफे अल्लाह पाक के लिए है जिस ने अपनी रहमत से हमें मीठा खुशगवार पानी पिलाया और हमारे गुनाहों की सबब उसे कड़वा खारा नहीं बनाया।

Zam Zam Pani Peene Ki Dua Hindi

अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क ईल्मन नाफिअंव व रिज्कवं वासि अंव व शिफाअम मिन कुल्लि दाईन

अधिक जानें: ज़म ज़म पीने की दुआ

Zam Zam Pani Peene Ki Dua In English

Allahumma inni As-alu Ka ilman Naafia w wa Rizqaw Wasi Aw Wa Shifaa'am Min Qulli Daayeen.

Zam Zam Pani Peene Ki Dua Ka Tarjuma

अल्लाह अजवाजल मैं तुझ से इल्म नाफा का और रिज्क की कुशादगी और बीमारी से सफायाबी का सवाल करता हूं।

पानी पीने की दुआ इस तरह पढ़ें

पानी पीने से पहले बैठ जाएं फिर पीने की चीज़ यानी बर्तन को अपने दाएं हाथ से पकड़े और अपने मूंह के नज़दीक में लाएं फिर बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़कर पानी पी लें।

कभी भी खड़े हो कर पानी न पीएं यह मकरूह तरीका पानी पीने का है और नाही दुसरे हाथ यानी बाएं हाथ का इस्तेमाल पानी पीने के लिए करें, लेकिन अगर मजबुरी हो तो कोई हर्ज नहीं पी सकते हैं।

पानी पीने का सुन्नत तरीका जानें

  • बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़ कर सीधे हांथ से पीना।
  • पानी को कम से कम तीन बार यानी तीन सांस में पुरा पीना।
  • सांस मुंह के सामने से बर्तन को हटा कर के लेना।
  • पानी को घट से नहीं बल्कि चुस चूस कर पीना।
  • पानी को न फुंकना कचरा भी हो तो गिरा कर पिना।
  • सोना चांदी के बर्तन में पानी कभी भी न पीना।
  • पी कर बचा हुआ पानी कभी नहीं फेंकना चाहिए।
  • पानी जी भर के पीने के बाद अल्हम्दु लिल्लाह कहना।
  • पानी पीने की सुन्नत ‍ डिटेल्स में जानने के लिए क्लिक करें।

सुन्नत तरीके से पानी पीने के फायदे

  1. तीन सांस में पानी पीना प्यास को बुझाता है।
  2. तीन सांस में पानी पीने से सेहत अच्छा रहता है।
  3. इस तरह से पानी पीना सेहद के लिए खुशगवार है।
  4. सुन्नत तरीके से पानी पीने में ज्यादा सैराबी होता है।
  5. पानी चूस कर पीने से हजम यानी पाचन ठीक होता है।
  6. चूस कर पानी पीने से बीमारी से भी हिफाज़त होती है।
  7. सुन्नत तरीके से पानी पीने पर शरीर में तंदुरुस्ती आती है।

पानी पीने की दुआ से जुड़ी एक ख़ास हदीस

तिर्मिजी ने हजरत इब्ने अब्बास रजियल्लाहु तआला अन्हुं से रिवायत है कि रसुलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि एक सांस में पानी न पियो जैसे ऊंट पीता है बल्कि दो और तीन सांस में पियो तो बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़ लो और जब बर्तन को मुंह से हटा लो तो अल्लाह की हम्द करो।

इब्ने माजा ने इब्ने उमर रजियल्लाहु तआला अन्हुं से रिवायत है कि रसुलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला उस बंदे से राजी होता है कि जब लुक्मा खाता है तो उस पर अल्लाह की हम्द करता है और पानी पीता है तो उस पर उसकी हम्द करता है।

FAQs

पानी पीने की दुआ क्या है?

पानी से की दुआ बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम है।

पानी पीने की दुआ का अर्थ क्या है?

पानी पीने की दुआ का अर्थ अल्लाह बहुत बड़ा मेहरबान वाला है।

आख़िरी बात

आप ने इस आर्टिकल में बहुत ही रहमत और बेशुमार फजीलत भरी दुआ पानी पीने की दुआ पढ़ा साथ ही आपने यहां पर पानी पीने से ताल्लुक कई सारी ज़रूरी बात भी जानी यकीनन इससे पढ़ने के बाद आप आसानी से दुआ को समझ भी गए होंगे और अमल में लाएंगे।

अगर अभी भी आपके जहन में कोई सवाल इससे ताल्लुक हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके सभी सवाल का जवाब ज़रूर पेश कराएंगे, क्योंकी आप ना की सिर्फ पढ़ें बल्कि आसानी से समझ कर अपने हर रोज की ज़िंदगी में अमल भी करें।

अगर यह पैगाम पानी पीने की दुआ पर लिखी आप को अच्छी लगी या फिर जो कुछ भी आप यहां से हासिल किए हैं उसे खूब ज्यादा फैलाएं जिससे सभी मजहब ए इस्लाम अमल करे और आपके साथ साथ मेरे भी नामए आमाल में नेकियों का भी खूब इज़ाफा होता रहे शुक्रिया।