आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप बहुत ही रहमत व बरकत भरी दुआ यानी कि शब ए क़द्र की दुआ हिंदी में जानेंगे हमने यहां पर शब ए क़द्र की दुआ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में हिंदी इंग्लिश और अरबी जबान में लिखा है।
जिसे आप शब ए क़द्र की दुआ आसानी से पढ़ कर अपने जहन में भी बसा लेंगे जिसे आप शब ए क़द्र की नमाज पढ़ने के बाद इस दुआ को पढ़ कर अपने छोटे बड़े गुनाहों की बख्शिश अपने रब से करा लें।
Shab E Qadr Ki Dua In Hindi
अल्लाहुम्मा इन्नका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफ़वा फअफु अन्नी.
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Shab E Qadr Ki Dua In Arabic
اَللّٰهُمَّ اِنَّكَ عَفُوٌّ تُحِبُّ الْعَفْوَ فَاعْفُ عَنِّى.
Shab E Qadr Ki Dua In English
Allahumma innaka Afuwwun Tuhibul Afwaa Fa’afu Anni.
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Shab E Qadr Ki Dua Ka Tarjuma In Hindi
ऐ अल्लाह बेशक तू माफ फरमाने वाला है और माफी देना पसन्द करता है लिहाज़ा मुझे माफ फरमा दे।
शब ए क़द्र की दुआ से जुड़ी एक ख़ास हदीस
उम्मुल मुमिनीन हज़रते आइशा सिद्दिका रजियल्लाहु अन्हुं रिवायत फ़रमाती है कि मैंने बारगाहे रिसालत सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम में अर्ज कि या रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम अगर मुझे शब ए क़द्र का इल्म हो जाए तो क्या पढ़ू?
आपने फ़रमाया इस तरह दुआ मांगो अल्लाहुम्मा इन्नका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफ़वा फअफु अन्नी यानी ऐ अल्लाह बेशक तू माफ फरमाने वाला है और माफी देना पसंद करता है लिहाजा मुझे माफ फरमा दे – तिर्मिजी 306/5। इस दुआ को आप भी ज्यादा से ज्यादा पढ़ें।
शब ए क़द्र की दुआ से जुड़ी जरुरी बात
आप सब आशिकाने रसूल से अर्ज है कि इस दुआ को आप इस खुबसूरत पाक रमजान महीने के आखिरी अशरे में रोजाना पढ़ने की आदत डाल लें सिर्फ हर रात कम से कम एक बार शब ए क़द्र की दुआ जरुर पढ़े।
इसे हमें और आपको यह फ़ायदा होगा कि हमने आख़िरी अशरे यानी रमजान महीने के 21 से 30 तारीख तक इस दुआ को पढ़ा और किसी रात शब ए क़द्र हो जाए तो हमारी मगफिरत हो जाएगी।
आप भी जानते ही होंगे कि रमजान महीने के आखिरी 10 दिनों में 21, 23, 25, 27 और 29 रमजान को शब ए क़द्र की रात होने की संभावना होती है लेकीन ऐन वक्त मालुम नहीं होता की किस रात को होगी।
लेकीन इस दुआ को 27 रमजान को ज्यादा से ज्यादा पढ़ें बहुत सारे हदीस और औलियाए किराम से 27 रमजान की शब यानी शब ए क़द्र के लिए मशहूर है तो आप इस रात खूब नमाज और दुआ पढ़कर अपना मगफिरत कराएं।
शब ए क़द्र की निशानियां
इमाम शारानी रहमतुल्लाह तआला अलैहि ने शब ए क़द्र की कुछ अलामते बयान फरमाई है जो निम्नलिखित है:-
- शब ए क़द्र की रात चमकदार और शफाक होगी।
- यह रात न ज्यादा गर्म न ज्यादा ठंडी मुअतदल होगी।
- इस रात में यानी शब ए क़द्र में न बादल होंगे न बारिश होगी।
- इस रात में कुत्ते वगैरा नहीं भोंकते और नाही सितारे टूटते हैं।
- इस रात की सुबह सूरज बगैर शुआअ यानी किरण के निकलेगी।
शब ए क़द्र की दुआ के फायदे
- शब ए क़द्र की दुआ पढ़ने से पढ़ने वाले की मगफिरत होती है।
- शब ए क़द्र की रात में नेक व जायज दुआओं की कुबुलियत होती है।
- इस दुआ को पढ़ने से सगीरा व कबीरा गुनाहों की भी मुआफी होती हैं।
- शब ए क़द्र में इस दुआ को पढ़ने वाले पर हमारा रब खास तज्जली फरमाता है।
आख़िरी बात
आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही रहमत व बरकत भरी दुआ यानी शब ए क़द्र की दुआ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में जाना हमने यहां पर शब ए क़द्र की दुआ को तीनों मशहूर जबान में लिखा जिसे आप अपने मन पसन्द भाषा में आसानी से पढ़ सकें।
अगर अभी भी आपके जहन में शब ए क़द्र की दुआ से जुड़ी कोई सवाल या डाउट हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके सभी सवालों का जवाब ज़रूर देंगे इंशाअल्लाह! जिसे आपके हर तरह की वसवसे दूर हो जाए और हमें भी कुछ सवाब हासिल हो जाए।
अगर यह पैगाम आपको अच्छा लगा हो यानी इस पैग़ाम से कुछ भी आपको थोड़ा सा भी इल्म हासिल हुई हो तो इस तरह की इल्म को ज्यादा से ज्यादा फैलाएं और आप भी अमल में लाएं इंशाअल्लाह तआला हम सब की मगफिरत जरुर होगी साथ ही अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें शुक्रिया।