आज के इस पैग़ाम में आप बहुत ही खुबसूरत और उम्दा कलमा यानी तीसरा कलमा हिंदी में जानेंगे जिससे हम सब कलीम ए तमजीद से भी जानते हैं आज हमने इसी तीसरा कलमा को यहां बहुत आसान लफ्जों में लिखा है।
हम सब को अल्लाह तआला ने बहुत ही अज़ीम व बेशकिमती तोहफ़ा जैसे नमाज़ रोज़ा कुरान हज्ज़ जकात और कलमा और न जाने कितनी अमूल्य तोहफ़ों से नवाज़ा है जिससे अदा कर के सुकून हासिल कर रहे हैं।
आज आप इसी में से एक आला तोहफ़ा कलमा में से तीसरा कलमा शरीफ को हिंदी में पढ़ेंगे और साथ ही अपने जहन में भी बसा लेंगे अगर आप इस पैग़ाम को ध्यान से पढ़ेंगे तो यकीनन आप ज़रूर जहन में बसा लेंगे।
Teesra Kalma In Hindi
सुब्हानल्लाहि वल हम्दु लिल्लाहि वला इलाहा इल्लल्लाहु वल्लाहु अकबर वला हौला वला कुव्वता इला बिल्ला हिल अलिय्यिल अज़ीम
Teesra Kalma in English
Sub-haanallahi Wal Hamdu Lillahi Walaa ilaaha illallahu Wallahu Akbar Walaa Hawla Walaa Quwwta ilaa Billa Heel Aliyyil Azeem.
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Teesra Kalma Ka Tarjuma In Hindi
अल्लाह की जात पाक है और तमाम तारीफें उसी के लिए है और अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं और अल्लाह ही बड़ा है उसकी मदद के बगैर किसी में ताकत व कुव्वत नहीं वह अजमत और बुजुर्गी वाला है।
Teesra Kalma Ka Tarjuma In English Text
Allah Ki Jaat Paak Hai Aur Tamam Tarife’in Usi Ke Liye Hai Aur Allah Ke Siwaa Koi Ibadat Ke Layik Nahin Aur Allah Hi Badaa Hai Uski Madad Ke Bagair Kisi Me Takat Wa Quwwat Nahi Wah Azmat Aur Buzurgi Wala Hai.
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तीसरा कलमा का मतलब क्या होता है?
तीसरा कलमा यानी कलिमा ए तमजीद का मतलब बुजूर्गी होता है इसका मतलब यह कि इस कलमा में हम अपने रब अल्लाह तबारक व तआला का तारीफ़ करते हैं और अपने आप को रब की इबादत के लिए तवज्जोह करते हैं।
क्योंकी हमारा रब अल्लाह तबारक व तआला के सिवा इस पूरे कायनात में कोई भी इबादत के लायक नहीं है और उसकी मदद के बगैर किसी में कोई पॉवर नहीं आ सकती उसके अलावा कोई कुव्वत देता ही नहीं है।
तीसरा कलमा की फजीलत
- आप को तो मालुम ही होगा की इस्लाम में सब दुआ सूरह और साथ में कलमा भी पढ़ने से हमारी ख़ुद की सुकून और साथ में सवाब भी हासिल होती है।
- इसी तरह तीसरा कलमा पढ़ने से हम अपने हौसलों में अफजाई पाते हैं जिससे हम हर तरह की मुसीबतों से आसानी से छुटकारा मिल जाता है।
- तीसरा कलमा पढ़ने की एक यह भी ख़ास फजीलत है कि इसे पढ़ने से दुख और बीमारी का पतन अचानक से हो जाता है जो की बहुत अच्छी फजीलत है।
- तीसरा कलमा में अल्लाह की तारीफी बयां की गई है जब कोई अल्लाह का नेक बंदा तीसरा कलमा पढ़ता है तो उसे बहुत ही आला नेकी हासिल होती है।
- इस तीसरे कलीमे में हम मोमिन अल्लाह तआला की महानता की गवाही देते हैं जिसे हम सभी को तोहफ़े के रूप में दिल की सुकून और शांति हासिल होती है।
- एक हदीस के मुताबिक हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की फरमाने आलीशान है कि 4 बार तीसरा कलमा पढ़ना एक हज्ज के बराबर है।
FAQs
तीसरा कलमा कौन सा है?
तीसरा कलमा कलिमा ए तमजीद है।
दूसरा कलमा क्या होता है?
दूसरा कलमा कलिमा ए शहादत है।
कलमा कितने होते हैं?
इस्लाम में कुल मिलाकर 6 कलमा होते हैं।
तीसरा कलमा पढ़ने से क्या होता है?
तीसरा कलमा पढ़ने से अल्लाह पाक की तारीफ़ बयां होती है।
आख़िरी बात
आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही आला कलमा यानी तीसरा कलमा हिंदी में पढ़ा हमें आला कहने का यह मतलब है कि इसकी बहुत ख़ास फजीलत है जिसे आप ने ज़रूर पढ़ा भी होगा इससे पढ़ते वक्त आपको जरूर ताज़गी महसूस हो रही होगी जो की इसकी फजीलत भी है।
आप को यह पैगाम ज़रूर पसन्द आया होगा अगर अभी भी आप के जहन में तीसरे कलमे से जुड़ी कोई सवाल या वसवसे हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके जवाब जरूर हाज़िर करेंगे इंशाअल्लाह मेरा मकसद शुरू से ही है कि पुरा जानकारी आपको आसान लफ्ज़ों में दें।
अगर यह पैगाम आपको अच्छी लगी हो यानी इस छोटे से पैग़ाम से आपको जो भी कुछ सीखने को मिला हो तो ऐसे इल्म को जितना ज्यादा हो सके खुब फैलाएं और इस पैगाम को भी खूब शेयर करें ताकि सब इस तरह की फजीलत भरी कलिमात से रूबरू हो जाएं शुक्रिया।