Namaz Ke Baad Ki Dua – नमाज के बाद की दुआ हिंदी में

आप इस पैगाम में जानेंगे की नमाज़ पढ़ने के बाद किन दुआओं को पढ़े और नमाज़ के बाद किस तरह से दुआ मांगे की अल्लाह अपने रहमत व बरकत से हमें नवाजे, हम सभी मोमिन अपने रब का मोहताज़ हैं एक वही है जो इस दुनियां में हमें हर इच्छा और ज़रूरत की चीज़ नवाज़ता है।

आपको और हमें बस मांगने का सलिका होना चाहिए कि दुआ से तकदीर बदल जाती है, हमने अपने मुआशरे में देखा कि बहुत लोग नमाज़ अदा करने के बाद रब से तलब रखने पर दुआ के लिए डाउट में रहते हैं की किस तरह से दुआ करें जबकि कुछ को नमाज़ के बाद दुआ मांगने का तरीका ही नहीं मालूम होता है।

ऐसे में हमने अपने मज़हब ए इस्लाम के मोमिनों के लिए नमाज़ के बाद की दुआ मांगने का तरीका पर यह पैग़ाम लिखा जिसको पढ़ने के बाद आप यकिनन नमाज़ के बाद की दुआ करना सिख जाएंगे बस इस पैग़ाम को आप अव्वल यानी शुरू से लेकर अन्त यानी आखिर तक पूरा कंसंट्रेशन यानी ध्यान से पढ़ें।

Namaz Ke Baad Ki Dua

अल्लाहुम्म अन्तस्सलाम व मिन कस्सलाम व इलै क यराजिउ स्सलाम फहैयिना रब्बना बिस्सलाम वअदखिल ना दारस्सलाम व तबारक त रब्बना वतआलै त या जलजलालि वल इकराम।

इस दुआ को आप हर नमाज के बाद पढ़ें फिर जो चाहे वो दुआ करें लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखें कि जिस फर्ज नमाज के बाद सुन्नत नमाज अदा करना हो तो इसे ज्यादा दुआ न करें जिसे उपर में हम ने बताया उसे पढ़ने के बाद जितनी जल्दी हो सुन्नत कि नमाज़ शुरू करें नहीं तो सुन्नत का सवाब कम हो जाएगा।

Namaz Ke Baad Ki Dua Mangne Ka Tarika

सबसे पहले 3 तीन बार इस्तगफार यानी अस्तगफिरूल्लाह रब्बी मिन कुल्ली जमबिंव व अतुबू इलैही तीन बार पढ़े, इसके बाद 1 एक मरतबा आयतुल कुरसी पढ़ें।

अल्लाहु लाइला ह इल्ला हुवल हय्युल कय्युम. ला ता खुजूहू सि न तवं व ला नौम. लहु माफिस् समावा ति व माफिल अर्दी मन जल्लजी यश् फ ओ इन् द हु इल्ला बि इज्निही यअ ल मु मा बै न अयदिहीम वमा खल् फ हुम्म वला युहितू न बिशयइम मिन इल्मिही इल्ला बिमा शा अ व सि अ कुरसियुहूस्समावाति वल अर्द. वला य ऊ दुहू हिफजुहूमा व हुवल अलीयुल अज़ीम।

इसके बाद तीनों कुल पढ़ें पहले सुरह इखलास फिर सुरह फलक इसके बाद सुरह नास पढ़ें, सुरह इखलास कुल हू वल्लाहु अहद्. अल्लाहु स् समद. लम य लिद् वलम यूलद. वलम यकुं ल्लहु कुफुवन अहद।

इसके बाद सुरह फलक पढ़ें कुल अऊजु बिरब्बिल फलक. मिन् शर्रि मा ख लक. व मिन शर्रि गासिकीन इजा वकब. व मिन शर्रिन नफ्फासाति फिल उकद. व मिन शर्रि हासिदीन इजा हसद्।

अब सुरह नास पढ़ें कुल अऊजु बिरब्बिन्नास. मलिकीन्नास इलाहिन्नास. मिन शर्रिल वस्वासिल – खन्नासिल. लजी यु वस्विसु फी सुदुरिन्नास. मिनल जिन्नति वन्नास।

इसके बाद सुब्हानल्लाह 33 तैतिस बार फिर अल्हम्दुलिल्लाह 33 तैतिस बार इसके बाद अल्लाहु अकबर 34 चौतिस मरतबा पढ़ें फिर इसके बाद ला इलाहा इल्लल्लाहु वहदहु ला श रि क लहू लहूल मुल्कु व लहू लहम्दु व हु व अला कुल्ले शैईन कदिर एक बार पढ़ें।

इसका तरजमा ये कि अल्लाह के सिवा कोई भी माबूद नहीं वह तन्हा है उसका कोई शरीक नहीं उसी के लिए मुल्क व हम्द है उसी के हाथ में खैर है वह जिंदा करता है और मौत देता है और वह हर शय पर कादिर है।

हर नमाज़ के बाद पेशानी यानी सर के अगले हिस्से पर हाथ रख कर पढ़े हाथ खींच कर माथे तक लाए इस दुआ को पढ़े, बिस्मिल्लाहिल लजी ला इलाहा इल्लल्लाहिर रहमान निर्हिम अल्लाहुम्म अजहाबो अन्निल हुम्म वल हुज्न। इसका तर्जमा यह कि अल्लाह के नाम की बरकत से कि उसके सिवा कोई माअबूद नहीं वह रहमान व रहीम है ऐ अल्लाह तू मुझसे रंज व गम दूर कर दे।

Namaz Ke Baad Ki Dua Ka Tarika

हमने जो आपको उपर में दुआए अज़कार सुरह पढ़ने को बताया उसे पढ़ने के बाद आप इस तरह से दुआ करें।

  1. सबसे पहले 3 तीन बार किसी भी दुरूद शरीफ़ को पढ़ें।
  2. इसके बाद अपने नमाज़ का जिक्र करके दुआ करें।
  3. फिर अपने लिए अपने हक में दुआ करें।
  4. इसके बाद वालीदैन के लिए दुआ करें।
  5. फिर पूरा घरवालों के लिए दुआ करें।
  6. इसके बाद अपने अहलो अयाल के लिए दुआ करें।
  7. फिर अब दुनियां व दुनियां के लोगों के लिए दुआ करें।
  8. फिर तीन बार रब्बना आतीना फिदुनिया यह पूरा पढ़ें।
  9. इसके बाद आखिरी में भी 3 तीन बार दुरूद शरीफ पढ़ें।

सबसे पहले तीन बार दुरूद शरीफ पढ़कर कुछ इस तरह से दुआ करें कि ऐ अल्लाह हम ने तेरे बारगाह में नमाज़ पढ़ा इसे तू कुबूल व मकबूल अता फरमा हमारे टूटे फूटे सजदो को अपने बारगाह में कबूल फरमा।

ऐ अल्लाह तू बहुत बड़ा है मौला मेरे हर नेक व जायज़ तमन्ना पूरी फरमा इसके बाद अपने लिए डिटेल्स में दुआ मांगे अपने गुनाहों का बख्सिश के लिए भी दुआ करें।

इसके बाद अपने वालीदैन के लिए कुछ इस तरह से दुआ करें की ऐ अल्लाह हमारे मां अब्बू को नेक सुख से रख उन्हें लम्बी जिंदगी अता फरमा और इसके बाद उनके लिए जो चाहें दुआ करें।

फिर अपने घर के लिए और घरवालों के लिए कुछ इस तरह से दुआ करें कि ऐ अल्लाह हमारे घर को शैतानों आफतो बरियाद से दूर रख हमारे घरों में बरकत की रोज़ी अता फरमा हमारे घर पर रहमत व नूर की बारिश अता फरमा फिर सभी घर के मेंबर के हक में दुआ करें।

इसके बाद अपने करीबी अहबाबोे के लिए उनके लिए भी दुआ करें ऐ अल्लाह इस फलां शख्स को लंबी उम्र अता फरमा नेक राह पर चलने के तौफीक अता फरमा ऐसे ही एक एक करके सभी के लिए दुआ करें।

अब दुनियां के लिए दुनियां के लोगों के लिए दुआ करें की ऐ अल्लाह इस दुनियां व मुल्क पर अपने नजरे करम फरमा जो भी परेशान है उनकी परेशानी दूर फरमा अपने नेक बन्दों पर निगाह ए करम फरमा और भी बहुत दुआ मांगे।

अब आखिरी वक्त में तीन बार रब्बना आतिना फिद् दुनिया ह स न तवं व फिल आखिरती ह स न तवं व किन्ना अजाबन्नार ज़रूर पढ़ें फिर दुरूद पाक पढ़ कर पहला कलमा पढ़ कर हाथ से आंख और मुंह को चूम लें इंशाअल्लाह आपकी हाजत रब जरूर पूरा फरमाएगा। आमीन!

आखिरी बात

आपने इस पैग़ाम में यह जाना की नमाज़ के बाद कौन सी और किस तरह से दुआ की जाती है, आपको अब मालूम हो गया होगा की नमाज़ अदा करने के बाद कौन सा और किस तरह दुआ मांगी जाती है इस पैग़ाम में हमने आपको सभी जानकारी को आसानी से और सही तरीका भी लिखा है।

आपको बता दें कि हदीसों के मुताबिक ही दुआ करनी चाहिए कि इसी तरह से दुआ करना चाहिए की किसी को कम या ज्यादा न पढ़ें क्यूंकि इन में कमी बेसी का मिसाल यह है कि कोई लॉक किसी ख़ास किस्म की कुंजी से खुलता है अगर कुंजी को कम या ज्यादा करे तो वो लॉक अनलॉक नहीं होगा अगर गिनती में कमी महसूस हो तो उसे पूरा कर लें लेकिन ज्यादा नहीं।

इसमें हमने आपको सभी दुआओं को आसानी से बताया ताकि आप कम वक्त में अच्छे से समझ जाएं अगर यह आपको पसन्द आया हो तो इसे अपने दोस्त अहबाब तक जरूर पहुंचाएं और अपने नामाए आमाल में सवाब का इज़ाफा करें साथ ही अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें।

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