Surah Takasur In Hindi – सूरह तकासुर हिंदी में पढ़ें।

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप एक उम्दा सूरह यानी सूरह तकासुर हिंदी में पढ़ेंगे हमारा रब अल्लाह तबारक व तआला का कितना बड़ा करम व एहसान है कि इतनी पाक मज़हब और भी बहुत नेअमतों से नवाज़ा है।

आज की इस अजीमुशान पैग़ाम में आप एक बहुत ही बरकत रहमत भरी कुरान पाक की सूरह तकासुर हिंदी के सरल लफ्ज़ में पढ़ेंगे इस सूरह तकासुर को आप आख़िर तक इस पैग़ाम को ज़रूर पढ़ें।

Surah Takasur In Hindi

  • बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
  • अल्हा कुमुत तकासुर
  • हता जुरतु मुल मका बि र
  • कल्ला सौ फ ताअलमुन
  • सुम म कल्ला सौ फ ताअलमुन
  • कल्ला लौ ताअ लमू न ईल्मल यकीन
  • ल-त-र वुन्नल जहीम
  • सुम् म लतारवुन्नहा ऐनल यकीन
  • सुम्मा लतुस अलुन्ना यौ मईजिन अनिन नईमि

Surah Takasur In Hindi Text

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम अल्हा कुमुत तकासुर. हता जुरतु मुल मका बि र. कल्ला सौ फ ताअलमुन. सुम म कल्ला सौ फ ताअलमुन. कल्ला लौ ताअ लमू न ईल्मल यकीन.ल-त-र वुन्नल जहीम.सुम् म लतारवुन्नहा ऐनल यकीन.सुम्मा लतुस अलुन्ना यौ मईजिन अनिन नईमि
Surah Takasur In Hindi
Surah Takasur In Hindi

Surah Takasur Tarjuma In Hindi

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला तुम्हें गाफिल रखा माल की ज्यादा तलबी ने यहां तक कि तुमने कब्रों का मुंह देखा हां हां जल्द जान जाओगे फिर हां हां जल्द जान जाओगे हां हां अगर यकीन का जानना चाहते हो तो माल की मोहब्बत न रखते बेशक ज़रूर जहन्नुम को देखोगे फिर बेशक ज़रूर उसे यकिनी देखना देखोगे फिर बेशक ज़रूर उस दिन तुम से नेअमतों की पुछताछ होगी।

Surah Takasur In English

  • Bismillah Hirrahmaan Nirraheem.
  • Alhaa Kumut Takaasur.
  • Hataa Juratoo Mul Makaabeer
  • Kalla Sau-Fa Ta’Almun.
  • Sum-ma Qalla Sau-Fa Ta’Almun.
  • Qalla Lau Ta’Almun Eilmal Yakeen
  • La-Ta-ra Wunnal Zaheem
  • Sum-ma Latarwunnha Aenal Yakeen.
  • Summa Latus Alunna Yau Maeezin Aneen Naimee.

Surah Takasur Tarjuma In Hindi Transliteration

Allah Ke Naam Se Shuru Jo Bahut Meharbaan Rahmat Wala. Tumhein Gaafeel Rakha Maal Ki Jyada Talbee Ne Yahan Tak Ki Tumne Kabron Ka Mooh Dekha Haan Haan Jald Jaan Jaoge Fir Haan Haan Jald Jaan Jaoge. Haan Haan Agar Yakeen Ka Janna Chahte Ho To Maal Ki Mohabbat Na Rakhte Beshaq Jarur Jahannam Ko Dekhoge Fir Beshaq Jarur Us Din Tum Se Ne’Amaton Ki Puchhtachh Hogi.

सूरह तकासूर के बारे में जानिए

सूरह तकासुर मक्की है इसमें एक रूकुअ आठ आयतें अठ्ठाईस कलिमें और एक सौ बीस अक्षर है।

अल्लाह तआला की ताअतों से इससे मालूम हुआ कि माल की कसरत का लालच और उस पर घमण्ड अच्छा नहीं और इससे गिरफ्तार हो कर आदमी आखिरत की सआदत से मेहरूम रह जाता है।

यानी मौत के वक्त तक लालच तुम्हारे साथ जुड़ा रहा हदीस शरीफ़ में है सैयदे आलम सल्लल्लाहो अल्लैहे वसल्लम ने फ़रमाया मुर्दे की साथी तीन होते हैं दो लौट आते हैं एक उसके साथ रह जाता है।

एक माल एक उसके रिश्तेदार एक उसका अमल अमल साथ रह जाता है बाकी दोनों वापस आ जाते हैं – बुखारी। मरने के वक्त अपने इस हाल के बुरे नतीजे का कब्रों में और माल के लालच में मुब्तिला होकर आखिरत से गाफिल न होते।

मरने के बाद, जो अल्लाह तआला ने तुम्हें अता फरमाई थी सेहत व खुशहाली अमन ऐश और माल वगैरह जिनसे दुनियां में लज्जते उठाते थे पूछा जाएगा पूछा जाएगा कि ये चीज़ें किस काम में खर्च की इनका क्या शुक्र अदा किया और नाशुक्री पर अजाब किया जाएगा।

तकासुर का माना किसी भी चीज़ की ख्वाहिश इस तरह रखना जिससे हमेशा चाहते रहना चाहे वो चीज़ किसी भी तरह की माल या दौलत औलाद या फिर ओहदा शोहरत हो सकता है इसमें इंसान पड़ कर अखिरत से दूर होता जा रहा है।

FAQ

सूरह तकासुर का क्या महत्व है?

सूरह तकासुर की तिलावत आप सिरदर्द या माइग्रेन से निजात के लिए करें।

सूरह तकासुर कहां प्रकट हुआ?

सूरह तकासुर मक्के में प्रकट हुई यानी यह सूरह तकासुर मक्की है।

सूरह तकासुर का अर्थ क्या है?

सूरह तकासुर का अर्थ है कि आदमी सिर्फ दुन्यावी ख्वाहिश न रखे बल्कि आखिरत का ख्वाहिश भी रखे।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही रहमत व बरकत भरी सूरह यानी सूरह तकासुर की तिलावत की हमने यहां पर सूरह तकासुर को बहुत ही आसान लफ्ज़ों में लिखा है जिससे आप आसानी से हर लफ्ज़ को पढ़ सकें और अपने दिलो दिमाग में आसानी से बसा सकें।

अगर अभी भी आपके मन में सूरह तकासुर से जुड़ी किसी भी तरह की कोई बात हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें ताकि हम आपके सवाल का जवाब दे कर अपने नामाए अमाल में इज़ाफा करें और आपकी भी गैब से मदद हो जाए और अपने इल्म मुकम्मल कर लें।

ऐ अल्लाह तबारक व तआला हम में से किसी को भी यहां पर सूरह तकासुर हिंदी में पढ़ने या लिखने में एक आयत एक हर्फ या फिर एक नुक्ते में भी गलती हुई हो तो अपने रहमों करम से माफ़ अता फरमा और हम सब को कुरान पाक ठीक से पढ़ने की तौफ़ीक अता फरमा आमीन।

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